क्या खूब मजबूरियां थी मेरी भी अपनी ख़ुशी को छोड़ दिया ” उसे ” खुश देखने के लिए
एक खूबसूरत सा रिश्ता यूँ खतम हो गया..हम दोस्ती निभाते रहे…..और उसे इश्क हो गया..
हमे खो दोगे तो पछताओगे बहुत, ये आखरी गलती जरा सोच समझकर करना…
नहीं मिलेगा तुझे कोई हम सा, जा इजाजत है ज़माना आजमा ले !!
काश ! के वो लोट आये मुझसे ये कहने , कि तुम कोन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले !
कितनी आसानी से कह दिया तुमने,कि बस अब तुम मुझे भूल जाओ, साफ साफ लफ्जो मे कह दिया होता, कि बहुत जी लिये अब तुम मर जाओ.
एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए, तू आज भी बेखबर है कल की तरह..
जो बीत गया सो बीत गया…आने वाला सुनहरा कल है वो…..मैं कैसे भुला दूँ दिल से उसे… मेरी हर मुश्किल का हल है वो
चाह कर भी उनका हाल नहीं पूछ सकते डर है कहीं कह ना दे कि ये हक्क तुम्हे किसने दिया
कोई भी रिश्ता अधूरा नहीं होता , बस निभाने की चाहत दोनों तरफ होनी चाहिए।
आज सोचा कि…. कुछ तेरे सिवा सोचूँ ..!!! .अभी तक इसी सोच में हूँ कि क्या सोचूँ ..!!!
गया था मै तुझसे दुर बहुत कुछ पाने के लिए ……….पर सिवाए तेरी यादो के कुछ हासिल ना हुआ !!!!
जिनको साथ नहीं देना होता वो अक्सर रूठ जाया करते हैं
तेरी बेरुखी ने छीन ली है शरारतें मेरी..और लोग समझते हैं कि मैं सुधर गया हूँ..!!!
बेवफ़ाओं की महफ़िल लगेगी ,आज ज़रा वक़्त पर आना ” मेहमान-ए-ख़ास ”” हो तुम…
छोड़ दे तू मुझे गिला भी नहीं, मुझमे अब और कुछ बचा भी नहीं, उसने बस यूँ कहा … चले जाओ जल्दबाज़ी में, कि मैं रुका भी नहीं..
वो बड़े ताज्जुब से पूछ बैठा मेरे गम की वजह..फिर हल्का सा मुस्कराया, और कहा, मोहब्बत की थी ना…
जिनसे बेतहाशा मोहब्बत हो उनसे नाराज़गी का ताल्लुक बहुत गहरा होता है यारों
क्या इतने दूर निकल आये हैं हम, कि तेरे ख्यालों में भी नही आते ??
चले जाएँगे , एक दिन तुझे तेरे हाल पर छोड़कर , कदर क्या होती है प्यार की तुझे वक़्त ही सीखा देगा।
मुझे छोड़कर वो जिस शख्स के पास गयी, बराबरी का भी होता तो सब्र आ जाता।
About Andreas Ramos
Andreas Ramos is a social media enthusiast who loves writing captions for Instagram. He enjoys spending time with his family and friends, and traveling to new places. Andreas is also a fitness enthusiast, and likes to stay active by practicing yoga and going for walks.